केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सूरत पहुंच चुके हैं. उन्होंने सूरत शहर में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में हिस्सा लिया. शाह ने कहा कि हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सूक्ष्मता से जांच करनी चाहिए. इस बात पर सबसे अधिक जोर दिया गया है कि प्राथमिक शिक्षा और शिक्षा के लिए स्थानीय भाषा का उपयोग अधिक किया जाए. यह भी उल्लेख किया गया है कि स्थानीय भाषा का प्रयोग अनुसंधान के क्षेत्र में भी किया जा सकता है. सूरत, गुजरात में एचएमअपने दिन भर के सूरत दौरे के दौरान शाह, शहर के पास हजीरा में स्थित कृभको टाउनशिप भी जाएंगे, जहां वह बायो-एथेनॉल संयंत्र की आधारशिला रखेंगे.
अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन-2022 बुधवार को हिंदी दिवस के अवसर पर सूरत के पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है. शाह ने ट्वीट किया कि राजभाषा हिंदी राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोती है. हिंदी सभी भारतीय भाषाओं की सखी है. मोदी सरकार हिंदी सहित सभी स्थानीय भाषाओं के समानांतर विकास हेतु प्रतिबद्ध है. उन्होंने आगे लिखा, हिंदी के संरक्षण और संवर्धन में योगदान देने वाले महानुभावों को नमन करता हूं. सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं.